RBI Policy Impact 2024 “रेपो रेट में बदलाव न होने से FD और Loan पर कैसे पड़ेगा असर

RBI Policy

RBI Policy Impact: रेपो रेट में बदलाव न होने से FD और Loan पर पड़ेगा असर, सीधे जनता पर पड़ेगा प्रभाव, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के नीति में किसी भी परिवर्तन के न होने के कारण विभिन्न वित्तीय प्रभाव हो सकते हैं।  रेपो रेट 6.5% पर बरकरार रहेगी, जो ऋणों और फिक्स्ड डिपॉजिट्स (FDs) की ब्याज दरों पर सीधा प्रभाव डालती है।

RBI MPC Impact On FD

  • 🏦 RBI MPC के फैसले में कोई बदलाव नहीं हुआ।
  • 📅 यह रिजर्व बैंक की दूसरी मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक है।
  • 📉 फाइनेंशियल ईयर 2025 की पहली मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक है।
  • 💼 विशेषज्ञों ने यह अनुमान लगाया था कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होगा।
  • 📢 अनाउंसमेंट में RBI का फैसला उजागर हुआ।
  • 🔄 यह सातवीं बार है जब RBI ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया।
  • 📈 यह फैसला वित्तीय बाजार पर प्रभाव डाल सकता है।

रेपो रेट में बदलाव से वित्तीय बाजार में परेशानी और उत्साह दोनों बने हुए हैं। रेपो रेट के परिणामस्वरूप ऋण और निवेशों में ब्याज दरों के उतार-चढ़ाव का असर हो सकता है, जो कि वित्तीय स्थिति को प्रभावित कर सकता है। ऐसा इसलिए है कि रेपो रेट के न बदलने से लोन में ब्याज दर की बढ़ोतरी के चांस कम हो जाते हैं या न के बराबर होते हैं। लेकिन एफडी पर मिलने वाला ब्याज भी इससे प्रभावित हो सकता है।

rbi policy today
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Impact on fixed deposit scheme

आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि अगर रिजर्व बैंक में रेपो रेट नहीं बढ़ाया है तो, फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम पर मिलने वाले ब्याज दर में बढ़ोतरी का चांस एकदम खत्म हो गया है। हालांकि आने वाले कुछ समय में इनमें गिरावट जरूर देखने को मिल सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार आरबीआई के इस फैसले का असर आने वाले कुछ दिनों में दिखेगा।

Good news for loan takers

RBI के द्वारा रेपो रेट में बदलाव ना होना उन लोगों के लिए अच्छी खबर है, जो लोन लेना चाहते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि अगर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा रेपो रेट में बदलाव नहीं किया गया है, तो जाहिर तौर पर बैंक द्वारा दिए जा रहे लोन पर लगने वाला ब्याज भी अपरिवर्तित रहेगा। यही कारण है कि रेपो रेट रहने से बैंक के लोन पर लगने वाली ब्याज दर में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं होगी।

No change in repo rate for more than 1 year

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा रेपो रेट में पिछले 1 साल से किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। पिछली बार 8 फरवरी 2023 फरवरी आरबीआई मॉनेटरी पॉलिसी बैठक की घोषणा में रेपो रेट बदलाव किया गया था। इस बार रेपो रेट में 0.25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी देखने को मिली थी। इसके बाद रेपो रेट बढ़ाकर मौजूदा 6.5 प्रतिशत हो गई थी जिसमें अब तक कोई बदलाव नहीं हुआ है। इसके पहले रेपो रेट 6.25 प्रतिशत की थी।

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No need to worry too much

जाहिर सी बात है रेपो रेट में कोई बदलाव न होने से फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम पर मिलने वाले ब्याज में बढ़ोतरी की कोई भी गुंजाइश खत्म हो चुकी है। लेकिन इससे बहुत ज्यादा नुकसान होने के आसार भी नहीं है।

विशेषज्ञों की माने तो अगर रेपो रेट में कटौती की जाती तो फिक्स डिपॉजिट स्कीम पर मिलने वाला ब्याज सीधे तौर पर काम होता, लेकिन रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है इसलिए फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम के पर मिलने वाली ब्याज दर कम होने के चांस तो है, लेकिन इसमें कोई बहुत ज्यादा बड़ी गिरावट नहीं आएगी।

FAQs

What are the major factors influencing RBI Policy Impact 2024? The RBI Policy Impact 2024 is primarily influenced by economic indicators, global trends, and government policies.

How can investors prepare for the changes in FD rates? Investors can diversify their portfolio, stay updated with market trends, and consult financial experts for guidance.

Will the RBI Policy Impact 2024 affect all types of loans equally? The impact may vary depending on the type of loan and the borrower’s financial situation. However, overall, changes in RBI policy can influence loan interest rates.

Is it advisable to take a loan during times of policy changes? It depends on individual circumstances and financial goals. Consulting with a financial advisor can provide personalized insights.

How can individuals mitigate risks associated with policy changes? By staying informed, diversifying investments, and maintaining a financial cushion, individuals can better navigate the effects of policy changes.

What role does government intervention play in mitigating the impact of policy changes? Government measures, including fiscal policies and regulatory adjustments, aim to stabilize the economy and minimize adverse effects on consumers and businesses.

Conclusion

संक्षेप में, आरबीआई नीति परिवर्तन 2024 का प्रभाव वित्तीय निर्धारित के प्रति गहरा होगा। यह फिक्स्ड डिपॉजिट निवेशकों और ऋण उधारकर्ताओं को सीधे प्रभावित करेगा, और इसके अपरिहार्य परिणाम हो सकते हैं।

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